Tuesday, June 7, 2011

दिल हे बेताब


दिल हे बेताब

दिल हे बेताब दे दो कोई प्यार की किताब,
मिले कोई कहानी जिससे आए हमें जवानी,

ढाई अक्षर प्यार के पढ़लो तुम शान से,
कोई हमें कहे कुछ भी हम तो हे प्रेमी आज भी,

पागल हे सारा जमाना जिसने कभी हमें न जाना, 
छोड़ दो फिकर ज़माने की सोच लो तुम दिल लगाने की, 

आज जाना हे प्यार की दुनिया को बताना हे ज़माने को, 
आजमाना हे दिल को बोल दो अपने यार को, 

दिल हे बेताब दे दो कोई प्यार की किताब,
मिले कोई कहानी जिससे आए हमें जवानी..

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